हिसाब किताब छैन

अगस्तिले कति खाए हिसाब किताब छैन
कस्ले कत्रा पोका पाए हिसाब किताब छैन।।
नातागोता छैनन् आफ्ना ठाउँ ठाउँमा जान
टाठा बाठा कता धाए हिसाब किताब छैन।।
चिल्लो पार्न नौनी घसे आफु भइयो फुस्रो
कुन बैरिले कुरा लाए हिसाब किताब छैन।।
काम्लो ओढि घिउ खान ताँती लागे कति
अँध्यारोमा फुत्त आए हिसाब किताब छैन।।
ढडिया थाप्ने जिल्लपरे माछो उम्क्यो उता
व्यर्थै किन गीत गाए हिसाब किताब छैन।।
बात लगाए बात होइन सुन पानीले चोखो
कता फर्कि लेखे राय हिसाब किताब छैन।।